नैहाटी बड़ो मां की शताब्दी पर बनकर तैयार हो जायेगा भव्य मंदिर

अब काली पूजा ही नहीं मंदिर में मां की पत्थर की मूर्ति के भी होंगे दर्शन
पारंपरिक पूजा में कोई बदलाव नहीं
नैहाटी : नैहाटी स्टेशन के निकट ऋ​षि अरविंद रोड पर नैहाटी की बड़ो काली मां की पूजा का इस साल काली पूजा में सौंवा साल होगा और इसके साथ ही यहां अब दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए पूजा कमेटी कई सुविधाइं उपलब्ध करवायेगी। पूजा की शताब्दी वर्ष पर जहां बड़ो मां का भव्य मंदिर पूजा के पहले तैयार कर लिया जायेगा वहीं मंदिर में ही अब मां की स्थायी प्रतिमा के भी भक्त दर्शन कर पायेंगे। यहां बता दें कि यहां मंदिर के ठीक सामने ही प्रति वर्ष बड़ो काली मां की भव्य मिट्टी की मूर्ति बनायी जाती है और कालीपूजा के दिन यहां मां काली की पारंपरिक पूजा की जाती है। लाखों की संख्या में भक्त यहां पूजा में शामिल होने आते हैं। बड़ो काली मां पूजा कमेटी की सचिव तापस भट्टाचार्य ने कहा कि इस साल पूजा का सौवां साल है जो कि हमारे लिए बहुत बड़ी बात है। यही कारण है कि इस साल को हमने कई नई शुरुआत के लिए चुना है। मां का भव्य मंदिर बनान के साथ ही पत्थर की वेदी पर साढ़े 4 फुट की कष्टीपत्थर की बनी मां की मूर्ति को भी पारंपरिक पूजन कर स्थापित किया जायेगा। मूर्ति निर्माण राजस्थान के प्रसिद्ध मूर्तिकार धर्मेंद्र पासवान कर रहे हैं। कुल 7 फुट की ऊंचाई रखी गयी है। मंदिर के साथ ही कमेटी की ओर से एक धर्मशाला का भी निर्माण किया जा रहा है जहां भक्तों के ठहरने की व्यवस्था करवायी जायेगी। साथ ही वृद्ध जनों की सेवा व असहाय वृद्ध जनों के लिए मंदिर के ही एक हिस्से में उनके निवास, खानपान व चिकित्सा की व्यवस्था भी हम करेंगे। उन्होंने बताया कि काली पूजा के दिन होने वाली मां की 21 की प्रतिमा के निर्माण व पूजन की परंपरा में कोई बदलाव नहीं होगा। उस परंपरा का वैसे ही पालन किया जायेगा जैसे कि सालों से होता आ रहा है। उन्होंने कहा कि इस मंदिर, धर्मशाला के निर्माण के लिए ना केवल राज्य बल्कि कई और राज्यों व यहां तक की विदेशाें से भी भक्तों ने आर्थिक अनुदान किया है जिसे जोड़कर हम यह कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस साल दुर्गापूजा के पहले ही यह काम पूरा कर लिया जायेगा ताकि इस वर्ष से ही दूरगामी भक्तों को यहां ठहरने आदि की सुविधा मिल पाये। यहां बता दें कि ऐसी मान्यता है कि बड़ो काली मां लोगों की मनोकामनाओं को पूरा करती हैं। देखा जा रहा है कि हर साल ही यहां भक्तों की संख्या बढ़ रही है।

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