आसनसोलः आसनसोल के विख्यात मंदिर मां घाघरबुढ़ी में बीते तीन दोनों से दक्षिण दिनाजपुर के 53 तीर्थयात्रियों को छोड़कर टूरिस्ट बस लेकर ड्राइवर फरार हो गया। शुक्रवार को तीर्थयात्रियों ने मदद के लिए आसनसोल दक्षिण थाना पहुंचकर उक्त बस ट्रैवेल एजेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया। तीर्थयात्रियों ने बताया कि दक्षिण दिनाजपुर स्थित तपन थाना के खरदह से वे लोग साना नामक एक ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से तीर्थ स्थल भ्रमण के लिए निकले थे। यह सभी तीर्थ यात्री बीते 10 तारीख को वहां से निकले थे। ट्रैवल एजेंसी को इन यात्रियों को पूरी, बाबाधाम, दीघा, तारापीठ, घाघरबुढ़ी मंदिर होते हुए वापस लौटना था। इस पूरे भ्रमण के लिए एक लाख 60 हजार रुपया में बात हुई थी। जिसमें से 60 हजार रुपया एडवांस दिया गया था। जब बस तीर्थयात्रियों को लेकर तारापीठ पंहुची तो यह लोग भारी बारिश में फंस गए थे। बस के ड्राइवर ने यात्रियों को बताया कि आसनसोल में घाघरबुढ़ी मंदिर पंहुचकर वह बस की मरम्मत कराएगा। 3 दिन पहले बस ड्राइवर ने तीर्थयात्रियों को घाघरबुढ़ी मंदिर में उतार दिया। ड्राइवर बस लेकर मरम्मत के लिए चला गया। इसके बाद बस ड्राइवर ने यात्रियों को फोन किया कि बस कि मरम्मत के लिए 5 हजार रुपए और लगेंगे। इसपर यात्रियों ने कहा कि वह 10 हजार रुपया देने को राजी है। इस तरह से ड्राइवर कुल 70 हजार रूपए ले लिया। लेकिन तीन दिन हो जाने के बाद ड्राइवर का कोई पता नहीं है। वह फोन तक नहीं उठा रहा है। इसके अलावा ट्रैवेल एजेंसी भी फोन नहीं उठा रहा है। अनजान शहर में यह तीर्थयात्री बीते तीन दिन से घाघरबुढ़ी मंदिर परिसर के धर्म चक्र सेवा समिति में रहने को मजबूर हैं। उनलोगों ने कहा कि वह लोग अत्यंत गरीब तबके एवं पिछड़े इलाकों के लोग है। उनलोगों ने कहा कि वह लोग गांव में रहने वाले लोग है। उनलोगों को कुछ नहीं समझ में नहीं आ रहा है। काली पहाड़ी धर्मचक्र सेवा समिति की ओर से उनलोगों को रहने एवं खाने की सेवा दी जा रही है। अधिकारियों ने उनलोगों को आसनसोल के दक्षिण थाना शिकायत कराने के लिए भेजा। ताकि इनलोगों को न्याय मिल सके। इस संबंध में दक्षिण थाना के एक अधिकारी ने बताया कि मामले कि शिकायत हुई है। पुलिस मामले की जांच कर कार्रवाई करेगी।
दक्षिण दिनाजपुर के 53 तीर्थयात्री आसनसोल में फंसे
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