
हत्या के उद्देश्य पर रहस्य बरकरार
मुख्य अभियुक्त सत्येंद्र अब तक फरार
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : केवल क्या 50 हजार रुपये के लिए बागुईआटी के 2 माध्यमिक परीक्षार्थियों की हत्या कर दी गयी ? गत 22 अगस्त को अपहरण से पहले 18 अगस्त को न्यूटाउन में एक बैठक की गयी थी। गिरफ्तार अभिजीत समेत अन्य 3 लोगों के साथ मुख्य अभियुक्त सत्येंद्र ने एक बैठक की थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सत्येंद्र ने हत्या के लिए किराये पर लाये गये अभियुक्तों को 2 लाख रुपये की सुपारी दी थी। दो छात्रों के अपहरण व हत्या के लिए सत्येंद्र ने कार भी किराये पर ली थी। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि 50 हजार रुपये के लिए अगर सत्येंद्र ने हत्या की होती तो इसमें इतना खर्च क्यों किया ? ऐसे में अभिषेक व अतनु के अपहरण व हत्या के पीछे के कारण को लेकर रहस्य बढ़ता जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अपहरण व हत्या के अभियुक्त अभिजीत ने पूछताछ में स्वीकार किया कि हत्या के 2 दिन पहले होटल किराये पर लेकर सत्येंद्र ने अभिजीत को वहां लाया था। हत्या करने पर 2 लाख रुपये देने की बात भी उसने अभिजीत को कही थी। उसने स्वीकार किया कि अभिजीत ने छात्रों का हाथ दबाकर रखा था जबकि सत्येंद्र समेत अन्य अभियुक्तों ने हत्या की। सवाल उठ रहा है कि 50 हजार रुपये के लिए हत्या होने पर 2 लाख रुपये की सुपारी क्यों दी गयी थी ? इस कारण पुलिस इस बात पर निश्चित है कि हत्या का उद्देश्य केवल बाइक के रुपये नहीं बल्कि इसके पीछे कोई दूसरा ही कारण है।
पुलिस की भूमिका पर सवालिया निशान
अपहरण के बाद छात्रों की नृशंस हत्या में पुलिस की भूमिका पर भी सवालिया निशान उठ रहे हैं। 2 सप्ताह से मॉर्ग में शव पड़ा था, इसके पीछे बशीरहाट पुलिस की लापरवाही मानी जा रही है। वहीं हाड़वा में ईंट से बंधी हालत में अभिषेक का शव बरामद किया गया था, इसके बावजूद क्यों पुलिस को संदेह नहीं हुआ कि उसकी हत्या की गयी होगी ? अभिषेक का सड़ा-गला शव बरामद होने के बावजूद पोस्टमार्टम क्यों नहीं किया गया ? इस तरह के कई सवालों को लेकर पुलिस कटघरे में खड़ी दिख रही है। इन सबके बीच, लापरवाही के आरोपों में बागुईआटी थाने के आईसी व आईओ को सस्पेंड भी कर दिया गया।
किराये पर लाकर करवायी गयी हत्या
पुलिस सूत्रों का कहना है कि किराये पर अभिजीत समेत 3 अभियुक्तों को लाकर दोनों छात्रों की हत्या करवायी गयी। हत्या से पहले राजारहाट में लेकर जाकर छात्रों को भोजन करवाने के साथ ही उन्हें चाय भी पिलायी गयी थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गत 22 अगस्त की रात 9 से 10 बजे के बीच गाड़ी में दोनों किशोरों की हत्या की गयी। कार में दोनों किशोरों समेत कुल 6 लोग सवार थे।
अभिषेक का जन्मदिन बदला मातम में
बताया गया कि बुधवार को अभिषेक नस्कर का जन्मदिन था। उसके पिता की योजना थी कि घर के सामने ही जन्मदिन का कार्यक्रम आयोजित कर अभिषेक के दोस्तों को भोजन कराया जायेगा। हालांकि किसे पता था कि अभिषेक का जन्मदिन मातम में बदल जायेगा।