माल हादसे के बाद महानगर के विसर्जन घाटों में बढ़ी सुरक्षा

पूजा आयोजकों को नहीं है नदी में जाने की अनुमति
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : विजयादशमी के शाम जलपाईगुड़ी के माल नदी में हरपा बान में आठ लोगों की मौत हो गई। जबकी कई लोग अभी भी लापता हैं। घटना के बाद से कोलकाता नगर निगम और कोलकाता पुलिस ने गुरुवार को सभी विसर्जन घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। दुर्गा प्रतिमा की विसर्जन करने आ रहे पूजा आयजकों को केवल घाट के किनारे तक जाने की अनुमति दी जा रही है। विसर्जन के दौरान किसी भी आम नागरिक के नदी में प्रवेश करने पर पाबंदी की गई है। केवल कुली ही प्रतिमा को लेकर नदी में विसर्जन के लिए जा सकते हैं। गुरुवार को बाजे कदमत्ला घाट का पर कोलकाता पुलिस और कोलकाता नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी प्रतिमा विसर्जन की समीक्षा करते देखे गए। मालवाहक वाहनों से प्रतिमा लेकर आ रहे लोगों को पुलिस घाट के प्रवेश द्वारा पर ही किनारे तक ही जाने की सलाह देती देखी गई। गुरुवार को मेयर फिरहाद हकीम, एमएमआईसी देवाशीष कुमार और संदीप रंजन बख्सी ने बाजे कदमतल्ला घाट पर प्रतिमा विसर्जन की समीक्षा की।
विजयादशमी को 2,500 प्रतिमाओं का हुआ विसर्जन
विजयादशमी यानी बुधवार को महानगर के विभिन्न घाटों में करीब 2500 प्रतिमाओं के विसर्जन किए गए। इनमें से सबसे अधिक प्रतिमाओं के विसर्जन ग्वालियर घाट पर हुए। यहां दशमी की देर रात तक करीब 756 प्रतिमाओं के विसर्जन किए गए। वहीं बाजे कदमतल्ला घाट पर 451 प्रतिमाओं के विसर्जन किए गए। निमतल्ला घाट पर गुरुवार की रात तक 90 प्रतिमाओं के विसर्जन किए गए। शुक्रवार को बाजे कदमतल्ला घाट का निरीक्षण करने पहुंचे एमएमआईसी देवाशीष कुमार ने बताया कि विजयादशमी को महानगर के विभिन्न विसर्जन घाटों पर करीब 2500 प्रतिमाओं के विसर्जन किए गए हैं। कोलकाता नगर निगम के कर्मचारी घाट की साफ- सफाई को लेकर तत्परता से कार्य कर रहे हैं। निगम के एक अधिकारी ने बताया कि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष प्रतिमाओं के विसर्जनों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, विशेषकर ग्वालियर घाट पर। वहीं बाजे कदमतल्ला घाट पर अधिकांश बड़ी मुर्तियों के ही विसर्जन किए गए। यहां बुधवार की देर रात 3 बजे तक विसर्जन की प्रक्रिया जारी रही। हालांकि गुरुवार को घाटों पर विसर्जन की संख्या काफी कम दर्ज की गई। निगम के एक कर्मचारी ने बताया कि अधिकांश लोग गुरुवार को प्रतिमा विसर्जन करना शुभ नहीं मानते, हालांकि कुछेक विसर्जन फिर भी हुए हैं। निगम के ठोस कचरा प्रबंधन विभाग और पार्क एवं स्क्वायर विभाग के कर्मचारी विसर्जन घाटों की साफ- सफाई करते नजर आए। निगम के अधिकारी ने बताया कि प्रतिमाओं को घाट के किनारे से विसर्जन करने की अनुमति दी गई है, जिसके बाद पे लोडर की सहायता से विसर्जित प्रतिमाओं को नदी से बाहर निकाल कर उन्हें निगम के मालवाहक वाहन के जरिए धापा भेज दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विसर्जन शनिवार 8 अक्टूबर तक जारी रहेगा। रेड रोड पर आयोजित होने वाले कार्निवल रैली में महानगर के अधिकांश पूजा समितियां हिस्सा लेंगी। ऐसे में शनिवार को ज्यादातर प्रतिमाओं के विसर्जन होंगे।

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