
कोलकाता : बस किराया बढ़ाने की मांग पर अड़े हैं निजी बस संगठन। राज्य सरकार ने निजी बस वालों को जिद छोड़कर बस उतारने के लिए कहा है। गुरुवार को नवान्न में टास्क फोर्स की बैठक में सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि यह बहुत ही संकट की घड़ी है। निजी बस वाले जिदाजिद छोड़े और बस को उतारें। विपद की घड़ी में साथ देने से बड़ा और कोई काम नहीं होता है। उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि बाजार मंदा है। इक्नॉमिक क्राइसेस है। धीरे – धीरे बस चालू करें। सीएम ने कहा कि जब डीजल पेट्रोल का दाम कमा फिर भी तो आपलोगों (बस वालों) ने भाड़ा नहीं कमाया। फिर सभी ने एडजस्ट किया। अभी आपलोगों की बारी है। उन्होंने कहा कि सभी बसों को सैनिटाइज करना होगा। इंटर डिस्ट्रिक्ट बसें चलाना शुरू करें।
ऑटो – टोटो उतरें 2 यात्रियों के साथ
निसी बसों के साथ ही सीएम ने एक बार फिर ऑटो और टोटो काे निर्धारित दिन से उतारने के
लिए कहा।साथ ही उन्होंने आॅटो वालों को याद दिलाया कि 2 यात्रियों की ही एक समय में सवारी लेनी होगी। उल्लेखनीय है कि 27 मई से ऑटो चलाने के लिए कहा गया है। इधर, अधिकांश ऑटो यूनियन 2 सवारी के साथ ऑटो चलाने पर सहमति नहीं जता रहे हैं।
बस में शुरूआती भाड़ा 20 और मिनी बस में 30 की मांग
बस व मिनी बस यूनियनों ने लॉकडाउन के कारण कम यात्री होने की वजह भारी नुकसान का अनुमान लगा रहे है। उनका कहना है कि एक समय में 20 यात्रियों को लेकर बस चलाने से केवल नुकसान ही नुकसान होगा। ऐसे में अगर भाड़ा नहीं बढ़ता है तो बस को उतारना तब तक मुश्किल जब तक कि स्कूल, कॉलेज, दफ्तर सबकुछ पहले की तरह सामान्य नहीं हो
जाता है।