
संदीप त्रिपाठी,कोलकाता : कोरोना वायरस की महामारी थमने का नाम नहीं ले रही है। बंगाल में कोरोना के कुल मामले 4000 का आंकड़ा पार कर चुके हैं। इससे लोगों में खौफ बढ़ता ही जा रहा है। वहीं विशेषज्ञ डॉक्टर लोगों को घबराने नहीं बल्कि धैर्य से काम लेने की अपील कर रहे हैं।
गए थे अन्य इलाज को हो गया कोरोना ?
काफी संख्या में मरीजों की शिकायतें आ रही हैं कि वह अस्पताल में गए तो थे किसी अन्य बीमारी के लिए लेकिन जांच के बाद उनमें कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया। कई ऐसे मामले देखे जा रहे हैं कि जैसे ही मरीज अस्पताल में किसी अन्य आपरेशन के लिए भर्ती हो रहा है, कुछ दिनों बाद ही उसमें कोरोना पॉजिटिव मिला है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
इस बारे में वरिष्ठ डॉक्टर व वेस्ट बंगाल डॉक्टर्स फोरम से जुड़े डॉ अनिर्बान दत्ता ने कहा कि ऐसा नहीं है कि अस्पताल से ही लोगों में कोरोना हो जा रहा है। यह लोगों में भ्रम है। साथ ही जागरूकता का अभाव है। डॉ दत्ता ने कहा कि कोरोना वायरस के 80% मामले बिना लक्षण वाले हैं। इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि किस व्यक्ति में कोरोना है या नहीं उसे भी नहीं पता।
क्या उपाय अपनाया है अस्पतालों ने
डॉ .आर .डी .दुबे ने कहा कि कोरोना के मामले अब काफी जल्दी हमारे जीवन से नहीं जाने वाले हैं। ऐसे में बेवजह आतंकित न हों। अस्पताल में संक्रमण से बचाव के विशेष उपाय अपनाए गए हैं।