दिवाली के जश्न में रॉकेट्स और ड्रोन से विमानों को खतरा, पायलट्स अलर्ट | Sanmarg

दिवाली के जश्न में रॉकेट्स और ड्रोन से विमानों को खतरा, पायलट्स अलर्ट

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कोलकाता : आज दिवाली है और आ​ज की रात पायलटों की टेंशन बढ़ने वाली है। इसका कारण पटाखों व ले​जर लाइट्स को माना जा रहा है। कोलकाता में लगभग 400 फ्लाइट्स आती और यहां से जाती है जबकि आकाश में हजारों उड़ानों का मुवमेंट रहता है। इन पटाखों व स्काई लैटर्न्स ने पायलटों का टेंशन बढ़ा दिया है। एयरपोर्ट इलाका जन बाहुल्य इलाका है। ऐसे में यह बात आम है कि दिवाली सेलिब्रेशन को देखते हुए लोग अति उत्साहित रहते हैं। यही कारण है कि इलाके में पुलिस द्वारा भी लोगों को जागरूक किया गया है कि वे राकेट व अन्य पटाखें न छोड़े। आसमान में छोड़े जाने वाले पटाखे यानी रॉकेट, 7 स्टॉर या फिर अन्य पटाखे जो कि आसमान की ओर जाते हैं, उनका इस्तेमाल एयरपोर्ट इलाके में वर्जित है।

पुलिस ने इलाके के लोगों को कर रखा है सतर्क

पुलिस अधिकारी ने बताया कि लेजर लाइट के मामलों में तुरंत कार्रवाई हो रही है। अगर कोई भी वर्जित किया गया पटाखा जलाते हुए पकड़ा ​जाता है, तो उसकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। इस बारे में कोलकाता एयरपोर्ट प्रबंधन की माने तो बैन के बावजूद इनका इस्तेमाल किया जा रहा है। यह फ्यूल स्टोरेज डिपो के लिए भी काफी खतरनाक है। अगर कोई पटाखा या स्काई लैटर्न्स विमान के उतरते व यहां से जाते वक्त विमान के पास से गुजरे तो यह बेहद खतरनाक हो सकता है। एयरपोर्ट के 8 किलोमीटर एरिया में कोई भी पटाखे नहीं जला सकता। एयरपोर्ट के पास के नारायणपुर, बागुईआटी, कैखाली पर पुलिस को खास नजर रखने को कहा गया है।

क्या कहना है एयरपोर्ट प्रबंधन का

कोलकाता एयरपोर्ट अधिकारी के मुताबिक एएआई की ओर से विधाननगर कमिश्नरेट को हर साल की तरह इस बार भी चिट्ठी भेजी गयी है। साल्टलेक, कैखाली व एयरपोर्ट एक नम्बर गेट एयरपोर्ट से सबसे करीबी इलाकों में से एक है। यहां से ही आसमान की ओर जाने वाले पटाखों पर अधिक नजर रखी जाती है। एयरपोर्ट प्रबंधन को यही डर सताता रहता है कि कहीं कोई व्यक्ति स्काई लैटर्न्स या फिर राकेट्स न जला दे। इससे उड़ानों को काफी समस्या हो सकती है। कोलकाता एयरपोर्ट पर सुबह और शाम के वक्त सबसे अधिक उड़ानों की ट्रैफिक होती है। शाम को एटीसी अधिक अलर्ट मोड में अभी रह रहा है। 12 किलोमीटर के घेरे के भीतर ड्रोन नहीं चलाया जा सकता है।

रात में पायलट और एटीसी अधिकारी रह रहे हैं एक्स्ट्रा अलर्ट

एटीसी सूत्रों की माने तो दुर्गापूजा और दिवाली के वक्त यह आम बात है कि ले​जर लाइट और पटाखों के कारण पायलटों को काफी ध्यान रखना पड़ता है। इस बारे में प्राइवेट एयरलाइंस के सिनियर पायलट सर्वेश गुप्ता ने बताया कि पिछली दिवाली की तुलना में इस वर्ष काफी कम स्काई लैटर्न्स जलाये गये हैं हालांकि ड्रोन व लेजर लाइट की समस्या बरकरार है। दिवाली पार्टी तथा शादियों के सीजन जो कि अब स्टार्ट होगा, इनमें इस्तेमाल होने वाले लेजर लाइट व ड्रोन को लेकर पायलटों को काफी समस्या होती है। इस बारे में एक अन्य पायलट का कहना है कि यह समस्या कहीं और देखने को नहीं​ मिलती है क्योंकि दिल्ली व मुम्बई जैसे एयरपोर्ट शहर से दूर है। वहां पर लोग रहते नहीं हैं जबकि कोलकाता एयरपोर्ट के पास लोग निवास करते हैं और वे पटाखों का जमकर इस्तेमाल करते हैं। कोलकाता में ग्रीन पटाखों को लेकर अभी भी लोगों में जागरूकता का आभाव है।

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