पिन कोड के लिए तरस रहे दो गांवों को मिला पिन कोड

पिन कोड के लिए तरस रहे दो गांवों को मिला पिन कोड
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आसनसोल : आसनसोल जिला के सीमावर्ती दो ऐसे गांव जहां के लोगों रहते तो हैं बंगाल में पर उनका कोई भी डाक मिलता था झारखंड से। इस नियम के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। यह समस्या आजादी के बाद से बनी हुई थी, जिसे अब खत्म कर दिया गया है। इस संबंध में पोस्टल विभाग आसनसोल सर्कल के वरिष्ठ डाक अधीक्षक अंशुमान ने बताया कि आसनसोल सर्कल के अंदर पड़ने वाले सीमावर्ती राज्य झारखंड के बॉर्डर पर पड़ने वाले दो गांव धानगुड़ी एवं दमदाहा के लोगों की शिकायत थी कि उनका डाक झारखंड के पोस्ट से मिलता है। वहां के लोगों की समस्या को देखते हुए पोस्टल विभाग ने उन दो गावों में रहने वाले लोगों की सुविधा के लिए पिन कोड जारी कर दिया है। अब उनकी कोई भी चिट्ठी, पार्सल व अन्य सामग्री बासुदेवपुर जेमारी से होते हुए उन्हें मिलने लगेगा। यह क्षेत्र हिंदुस्तान केबल्स पोस्टऑफिस के अधीन आयेगा। इस जानकारी से स्थानीय लोगों में खुशी व्याप्त हो गयी है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा पिन कोड जारी कर दिया गया है पर अब भी कुछ विभागीय कार्य हैं, जिन्हें जल्द से जल्द निपटाया जा रहा है।

पीएलआई पर जागरूकता व रिवाइव स्कीम पर कार्य हुआ प्रारंभ

वैसे उपभोक्ता जिन्होंने पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस (पीएलआई) पॉलिसी लिया था पर किसी कारणवश कुछ समय चलाकर उन्होंने उसका प्रिमियम जमा नहीं दिया है, तो इस स्थिति में वह पॉलिसी बंद हो गयी है। उसे फिर से रिवाइव करने की योजना पर कार्य प्रारंभ किया गया। इस संबंध में आसनसोल सर्कल के वरिष्ठ डाक अधीक्षक अंशुमान ने बताया कि लोगों को पीएलआई एवं दूसरे इंश्योरेंस में क्या फर्क है, बताया जा रहा है। साथ ही जिनकी पॉलिसी बंद हो गयी है, उन्हें फिर से रिवाइव करने की योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है, जिसका लोगों का काफी लाभ मिलने वाला है।

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