

आसनसोल : बीरभूम जिले के रामपुरहाट में आदिवासी नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म व हत्या मामले में अभियुक्त को फांसी देने की मांग पर शुक्रवार को भारत जकात माझी परगना सहित विभिन्न आदिवासी संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में आसनसोल उत्तर थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया गया। इसके पहले कल्ला बायपास मोड़ से पारंपरिक हथियारों के साथ एक रैली निकाली गई। सनद रहे कि थाना घेराव के कारण साढ़े 12 बजे से ढाई बजे तक दो घंटे जाम होने से आवागमन ठप रहा। लोग अन्य रास्तों से होकर आने-जाने को मजबूर हुए। संगठन के विजय मुर्मू ने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में आदिवासी बच्चियों व महिलाओं से दुष्कर्म कर उनकी हत्या कर दी जा रही है। बीरभूम जिले के रामपुरहाट में बीते 18 अगस्त को एक नाबालिग आदिवासी छात्रा से शिक्षक मनोज पाल ने दुष्कर्म कर उसके शरीर को कई टुकड़े कर उसकी हत्या कर दी। वहीं कुल्टी विधानसभा क्षेत्र के सांकतोड़िया फांड़ी क्षेत्र में 19 वर्षीय आदिवासी युवती से दुष्कर्म किया गया। उन्होंने कहा कि जब तक अभियुक्तों को फांसी की सजा नहीं मिलती है, तब तक आदिवासियों का आंदोलन जारी रखा जाएगा। वहीं सुवर्णा सोरेन ने कहा कि आरजी कर व अन्य कई मामले को आमलोगों ने जितना तवज्जो दिया, उतना आदिवासी नाबालिग को लेकर कोई कुछ नहीं कर रहा है। इस मामले को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों व सामाजिक संस्थाओं द्वारा कैंडल मार्च, रैली आदि निकाली गई लेकिन आदिवासी नाबालिग के मामले को लेकर लोग तमाशा देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को टार्गेट बनाया जा रहा है। अब समय आ गया है कि अपने अधिकार व सम्मान की रक्षा के लिए पारंपरिक हथियारों से अभियुक्तों के हाथ काटना शुरू किया जाएगा तब जाकर समाज सुरक्षित रह सकेगा। अंत में थाने में पांच प्रतिनिधियों द्वारा बैठक कर ज्ञापन सौंपा गया।