

दुर्गापुर : दुर्गापुर आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज की छात्रा से गैंगरेप मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। वहीं टीआई परेड के बाद शेख फिरदौस को गैंगरेप मामले में मुख्य अभियुक्त बनाया गया है। दुर्गापुर अनुमंडल अदालत में अभियुक्तों की वर्चुअल पेशी हुई। अभियुक्तों की पहचान के लिए 24 अक्टूबर को दुर्गापुर उप-संशोधनागार में टीआई परेड किया गया था। यह प्रक्रिया न्यायिक अधिकारी की उपस्थिति में हुई थी ताकि पीड़िता के बयान और पहचान को कानूनी मान्यता मिल सके। शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे पीड़िता चिकित्सा छात्रा को उसकी मां के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच दुर्गापुर उप-संशोधनागार लाया गया था। इस दौरान अतिरिक्त जिला न्यायाधीश राजीव सरकार, पुलिस अधिकारी और मामले के जांच अधिकारी भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार न्यायाधीश की देखरेख में टीआई परेड की प्रक्रिया हुई थी। टीआई परेड के दौरान पीड़िता ने अभियुक्त की पहचान की है। इस मामले ने अब नया मोड़ लिया है। दुर्गापुर पुलिस अब इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की तैयारी में जुटी है। दुर्गापुर उप-संशोधनागार में लगभग डेढ़ घंटे तक टीआई परेड किया गया था। एक तरफ अभियुक्तों को खड़ा करके दूसरी तरफ पर्दे के पीछे पीड़िता को रखा गया था। सूत्रों की माने तो पीड़िता ने एक जालीदार खिड़की से अभियुक्त की पहचान की थी।
पीड़ित छात्रा के वकील ने कहा
दुर्गापुर में मेडिकल की छात्रा से गैंगरेप मामले में 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को अनुमंडल अदालत में अभियुक्तों की वर्चुअल पेशी संपन्न हुई। इस दौरान पीड़ित छात्रा के अधिवक्ता पार्थ घोष अदालत में मौजूद थे। वहीं शुक्रवार को टीआई परेड के दौरान भी पीड़ित छात्रा के अधिवक्ता मौजूद थे। अधिवक्ता पार्थ घोष ने बताया कि गैंगरेप मामले में टीआई परेड के बाद महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है। इस मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों की वर्चुअल पेशी अदालत में संपन्न हुई। दुर्गापुर उप-संशोधनागार में अभियुक्त अपनी सजा काट रहे हैं। उन्होंने बताया कि मामले की जांच बिल्कुल सही दिशा में चल रही है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार शेख फिरदौस ने छात्रा का रेप किया था। अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 31 अक्टूबर का समय दिया है। उन्होंने कहा कि गैंगरेप मामले में गिरफ्तार सभी अभियुक्तों को एक ही सजा होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा चार्ज शीट कॉपी देने के बाद ट्रायल शुरू किया जाएगा। वहीं पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई जारी है।