

दुर्गापुर : दुर्गापुर अनुमंडल अदालत में गैंगरेप मामले की सुनवाई शुरू हो गई है। अदालत के आदेश पर मंगलवार को अभियुक्तों को पेश किया गया। अदालत ने मामले की सुनवाई के बाद अभियुक्तों को जेल भेज दिया। अनुमंडल अदालत में 10 नवंबर को अगली सुनवाई होगी। दुर्गापुर गैंगरेप में 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना एक निजी मेडिकल कॉलेज के बाहर 10 अक्टूबर की रात हुई थी। दुर्गापुर अनुमंडल के अतिरिक्त जिला अदालत में अभियुक्तों को पेश किया गया। इस दौरान सरकारी और बचाव पक्ष के वकीलों के बीच तीखी बहस हुई। सरकारी वकील विभाष चटर्जी ने कहा कि मंगलवार को मामले की सुनवाई के लिए तैयारी की गई थी। अदालत को मामले से संबंधित ड्राफ्ट दिया गया है। वहीं मंगलवार को बचाव पक्ष के वकील ने डिस्चार्ज पिटीशन के लिए अतिरिक्त समय देने का आवेदन किया है। कानून में इस तरह के नियम नहीं हैं। अदालत में 10 नवंबर को अगली सुनवाई होगी। उन्होंने कहा कि गैंगरेप मामले की सुनवाई जल्द पूरी होनी चाहिए। वहीं एक अभियुक्त के कारण मामले की सुनवाई में बाधा होने से समय बर्बाद हो रहा है। उन्होंने कहा कि कानून के तहत मामले को आगे बढ़ाया जा रहा है। बचाव पक्ष की ओर से बेवजह मामले को लंबा किया जा रहा है। इस मामले में सरकारी गवाह बने अभियुक्तों के लिए अदालत विचार-विमर्श कर रहा है। इससे पहले बचाव पक्ष की ओर से दो अभियुक्तों की रिहाई के लिए आवेदक को रद्द किया गया है। वहीं सरकारी गवाह मामले में अदालत ने अब तक कोई फैसला नहीं सुनाया है। अभियुक्त शफीक शेख और शेख रियाजउद्दीन को सरकारी गवाह बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। अभियुक्त वासिफ अली के वकील शेखर कुंडू ने अदालत में कई महत्वपूर्ण सवाल उठाए। उन्होंने पुलिस पर जल्दबाजी में चार्जशीट पेश करने का आरोप लगाया है। इस दौरान दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद न्यायाधीश ने अभियुक्तों को जेल भेजने का निर्देश दिया। इस मामले में छात्रा के सहपाठी वासिफ अली समेत कुल 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।