

मुर्शिदाबाद : एसआईआर के डर से राज्य में अब तक कई लोगों ने आत्महत्या कर ली है, वहीं मुर्शिदाबाद में एसआईआर के डर से 35 सालों से फरार व्यक्ति अपने घर लौट आया। इससे जहां परिवार के सदस्य खुश हैं, वहीं कई जटिलताएं भी पैदा हो गई हैं। इस संबंध में भगवानगोला -1 ब्लॉक के बीडीओ नजीर हुसैन ने कहा कि घटना के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चला है। अगर कोई शिकायत मिलती है तो प्रशासन उसकी जांच करेगा। उल्लेखनीय है कि भगवानगोला थाने के हबसपुर खासमहल इलाका निवासी करीम शेख पैंतीस साल पहले अचानक गायब हो गया था। काफी खोजबीन के बावजूद उसका कोई पता नहीं चल सका। आखिर उसके परिवारवालों ने भगवानगोला पुलिस में उसकी गुमशुदगी की शिकायत लिखवाई। इस संबंध में, उसके भाई कुद्दुस शेख ने कहा 1990 के दशक में भाभी से झगड़ा होने के बाद उसका बड़ा भाई लापता घर से फरार हो गया था। बहुत खोजने के बावजूद उनका कहीं पता नहीं चला। इस तरह कई साल गुजर जाने पर उनलोगों को यह विश्वास हो गया कि उनके भाई अब जीवित नहीं हैं। वहीं रविवार की सुबह, जब उनके बड़े भाई अचानक घर पहुंचे तो वे लोग हैरान रह गए। उनकी पत्नी ने लगभग तीन साल पहले उनका मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त किया। उसने उत्तराधिकार में मिली जमीन को बेचकर पड़ोसी गांव में अपने पिता के घर चली गई। वहीं 35 साल बाद घर पहुंचे करीम शेख ने कहा कि घर छोड़कर जाने के बाद वह हावड़ा के बाउड़िया इलाके में रहने लगा था। वहीं उसने शादी कर नया परिवार शुरू किया। उसने इस घर के किसी भी सदस्य से संपर्क नहीं रखा। अब उसकी उम्र लगभग 60 वर्ष हो गई है। अब चुनाव आयोग एक विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य कर रहा है तो उसे अपने पुराने वोटर कार्ड और दस्तावेजों के लिए घर लौटना पड़ा है। अमीनुल इस्लाम नाम के एक पड़ोसी ने कहा कि उन्हें लगा कि करीम मर गया होगा। यह वास्तव में अविश्वसनीय है कि वह इतने सालों बाद वापस आ गया है।