सबसे पहले लोग दिल्ली से यूरोप के लिए उड़ान भरते हैं।
यूरोप पहुंचने के बाद, वह Bolivia, Ecuador, Colombia और Guyana जैसे दक्षिण अमेरिकी देशों तक पहुंचने के लिए फ्रांस से दूसरी उड़ान भरते हैं।
वह इन देशों के लिए इस वजह से उड़ान भरते हैं क्योंकि इन देशों में Visa Free Arrival दिया जाता है।
इसके बाद वे Bus की मदद से इन देशों से Panama पहुंचते हैं।
पनामा पहुंचने के बाद उन्हें पनामा के जंगलों में 8 से 10 दिनों तक पैदल चलना पड़ता है।
जंगल में जानवरों के साथ-साथ स्थानीय अपराधियों से भी खतरा रहता है।
पनामा के जगलों के बाद उन्हें Costa Rica, Nicaragua और Honduras जैसे देशों को भी पार करना होता है।
इतने सब के बाद वह Mexico पहुंचते हैं।
इसके बाद उनके लिए आखिरी कदम मेक्सिको और अमेरिका के बीच की 3140 किलोमीटर लंबी सीमा को पार करना होता है।
कुछ लोग यहां कभी पहुंच ही नहीं पाते और जो लोग अमेरिका में प्रवेश कर जाते हैं उन्हें अमेरिकी पुलिस वापस Deport कर देती है। इस पूरी यात्रा में कई लोगों की जान भी चली जाती है।