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तृणमूल पार्षद को घर में घुसकर जान से मारने की धमकी

तालाब भराई का विरोध बनी वजह?

सन्मार्ग संवाददाता

हालीशहर: हालीशहर नगर पालिका के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पार्षद मृत्युंजय दास को उनके आवास पर जाकर धमकी दिए जाने की सनसनीखेज मामले ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। इस गंभीर घटना के बाद से पार्षद मृत्युंजय दास और उनका पूरा परिवार गहरे सदमे और दहशत के माहौल में जी रहा है। यह घटना शनिवार देर रात घटी, जिसने स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सोते समय खिड़की पर मिली धमकी

टीएमसी पार्षद मृत्युंजय दास ने घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार की रात जब वह अपने घर में सो रहे थे, तो अचानक देर रात लगभग 12 बजे उन्हें अपनी खिड़की के पास कुछ अज्ञात संदिग्ध व्यक्तियों की आवाजें सुनाई दीं। उन्होंने तुरंत सतर्क होते हुए आवाज देकर पूछा कि बाहर कौन है। इसके जवाब में, उन्हें अपशब्दों (गाली-गलौज) का सामना करना पड़ा और उन अज्ञात व्यक्तियों ने उन्हें धमकी देते हुए "संभलकर रहने" की चेतावनी दी। यह धमकी साफ तौर पर उनके और उनके परिवार के लिए खतरे का संकेत थी। पार्षद का कहना है कि यह एक सुनियोजित प्रयास था जिसका उद्देश्य उन्हें भयभीत करना था।

तालाब भराई के विरोध पर आशंका

इस धमकी भरी घटना के तुरंत बाद, पार्षद मृत्युंजय दास ने हालीशहर पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इसके साथ ही उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए पार्टी के जिला शीर्ष नेतृत्व को भी इस घटना से अवगत करा दिया है।

पार्षद मृत्युंजय दास ने इस धमकी के पीछे की संभावित वजह को लेकर एक बड़ी आशंका जताई है। उनका मानना है कि यह घटना उनके वार्ड में चल रहे अवैध तालाब भराई (Pond filling) के काम का विरोध करने का सीधा नतीजा हो सकती है। उन्होंने बताया कि वह अपने वार्ड में हो रहे इस गैरकानूनी और पर्यावरण-विरोधी काम के खिलाफ लगातार मुखर रूप से आवाज उठा रहे थे, जिसके बदले में उन्हें चुप कराने की नीयत से यह धमकी मिली है। उनका मानना है कि पुलिस जांच के बाद ही सच्चाई पूरी तरह से सामने आ पाएगी और दोषियों का मकसद स्पष्ट हो सकेगा।

पुलिस ने शुरू की जांच, सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही

पुलिस ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया है और मामले की तत्काल जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना के समय और स्थान को ध्यान में रखते हुए, शिकायतकर्ता के घर के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को गहनता से खंगाला जा रहा है। इसका उद्देश्य धमकी देने वाले व्यक्तियों की पहचान करना और उनके मंसूबों का पता लगाना है। पुलिस ने पार्षद और उनके परिवार को सुरक्षा का आश्वासन दिया है और यह वादा किया है कि इस गंभीर कृत्य में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर स्थानीय स्तर पर राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सुरक्षा और अवैध गतिविधियों के विरोध के खतरे को उजागर कर दिया है।

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