सन्मार्ग संवाददाता
बारासात : बारासात के अशोकनगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने संहति इलाके में एक घर में घुसकर रुपये चोरी करने के आरोप में अंजलि दे नामक एक महिला को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ और जांच में जो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, उसने सभी को अचंभित कर दिया है।
पुलिस को अंजलि के परिवार वालों से पता चला कि वह मूल रूप से बर्दवान की रहने वाली है। उसे चोरी की गंभीर लत है, जिसके कारण उसके परिजन लंबे समय से परेशान थे। परिवार ने बार-बार उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन जब उसकी आदत में कोई बदलाव नहीं आया, तो अंजलि ने खुद ही परिवार से अलग रहने का फैसला कर लिया। इसके बाद वह सियालदह के 12 नंबर गेट इलाके में एक किराए के मकान में रहने लगी थी।
पुलिस को पता चला है कि चोरी करने की अपनी आदत को पूरा करने के लिए अंजलि ने एक अनोखा तरीका अपनाया था। वह नियमित रूप से अपनी मंजिल तक पहुँचने के लिए सियालदह से तड़के चलने वाली पहली ट्रेन पकड़ा करती थी। वह जिस स्टेशन को अपने शिकार के लिए उपयुक्त मानती थी, वहीं उतर जाती थी।
स्टेशन पर उतरने के बाद, वह आस-पास के इलाकों में घूमती थी और किसी घर में कामवाली बनकर, तो कहीं भिक्षा लेने के बहाने से घर में घुसने का मौका ढूंढती थी। एक बार घर के अंदर दाखिल होने के बाद, वह चोरी की वारदातों को अंजाम देकर तुरंत वहाँ से भाग निकलती थी। यह उसका दैनिक कार्यक्रम बन गया था।
गुरुवार को, अंजलि दे अपनी इसी योजना के तहत सियालदह से पहली ट्रेन पकड़कर अशोकनगर स्टेशन पहुँची। वहाँ से उसने ऑटो लिया और संहति पार्क इलाके में गई। उसने इलाके के चटर्जी हाउस में घुसने की कोशिश की, लेकिन यहीं उसकी किस्मत दगा दे गई।
आरोप है कि घर की गृहणी अर्पिता ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। अर्पिता ने तुरंत पुलिस को बुलाया, जिसके बाद अंजलि दे को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके इस पूरे चोरी के गोरखधंधे का खुलासा हुआ। पुलिस ने अंजलि दे को गिरफ्तार करने के बाद उसे अदालत में पेश किया है और आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में लेने की मांग की है। पुलिस को उम्मीद है कि उससे पूछताछ में और भी कई चोरियों का खुलासा हो सकता है, जिन्हें उसने ट्रेन यात्रा के दौरान अंजाम दिया होगा।