निधि, सन्मार्ग संवाददाता
पानीहाटी: पश्चिम बंगाल के पानीहाटी में काली पूजा विसर्जन के दौरान हुई एक हिंसक झड़प को लेकर इलाके में जबरदस्त तनाव फैल गया है। यह घटना शुक्रवार रात को सुखचर राजा रोड पर घटी, जिसमें एक स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ता और उसके समर्थकों पर विसर्जन से लौट रहे युवकों पर हमला करने का गंभीर आरोप लगा है।
घटना का विवरण मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की देर रात सुखचर राजा रोड पर स्थित एक क्लब की काली प्रतिमा का विसर्जन करके कुछ युवक वापस लौट रहे थे। आरोप है कि उसी समय स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ता बुबाई मल्लिक और उसके समर्थक दल ने इन युवकों को रास्ते में रोक लिया। जब युवकों ने उन्हें रोके जाने का कारण पूछा, तो दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। यह मामूली कहा-सुनी देखते ही देखते एक बड़ी और हिंसक झड़प में बदल गई।
आरोप है कि बुबाई मल्लिक और उसके दल ने युवकों पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, हमले में लाठी-डंडों के साथ-साथ आग्नेयास्त्रों का इस्तेमाल करने का भी आरोप है। इस अचानक हुए हमले में चार युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना से पूरे इलाके में भगदड़ मच गई और तनाव का माहौल बन गया।
पुलिस की कार्रवाई और घायलों का इलाज हिंसक झड़प और तनाव की सूचना मिलते ही खड़दह थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस के पहुंचने से पहले ही हमलावर, जिसका नेतृत्व बुबाई मल्लिक कर रहा था, मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने तुरंत घायल युवकों को अपने कब्जे में लिया और उन्हें इलाज के लिए खड़दह के बलराम अस्पताल में पहुंचाया। सभी घायल युवक अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
आरोपियों की तलाश पुलिस ने घायल युवकों और अन्य चश्मदीदों से मिली शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने हमले के मुख्य अभियुक्त बुबाई मल्लिक सहित, सागर, बंटी और कार्तिक नामक अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। खबर लिखे जाने तक, सभी अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त से बाहर थे।
इस घटना ने एक बार फिर त्योहारों के दौरान स्थानीय स्तर पर राजनीतिक कार्यकर्ताओं की दादागिरी और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी और इलाके में शांति सुनिश्चित करने की मांग की है। पुलिस ने जल्द ही सभी फरार आरोपियों को पकड़ने का आश्वासन दिया है।