निधि, सन्मार्ग संवाददाता
खड़दह ; आगामी छठ पूजा के सफल और सुरक्षित आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए शनिवार को बैरकपुर कमिश्नरेट के सेंट्रल जोन के तहत आने वाले विभिन्न नगर पालिकाओं और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक खड़दह में हुई, जिसकी अध्यक्षता डीसी डीडी सेंट्रल इंद्रबदन झा ने की। एसीपी बदरुजम्मां और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी इसमें उपस्थित थे।
बैठक में शामिल प्रमुख हस्तियाँ
इस उच्च-स्तरीय बैठक में टीटागढ़ नगर पालिका के चेयरमैन कमलेश साव, खड़दह पालिका के चेयरमैन नीलू सरकार, और पानीहाटी पालिका के चेयरमैन सोमनाथ दे ने हिस्सा लिया। इसके अतिरिक्त, पीडब्ल्यूडी (PWD) विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे, क्योंकि घाटों और सड़कों के रखरखाव में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
नगर पालिकाओं की मांगें और पुलिस के निर्देश
बैठक में उपस्थित नगर पालिकाओं के प्रमुखों ने छठ पूजा के दौरान पुलिस सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की व्यवस्थाओं को लेकर अपनी मांगें और अपेक्षाएं रखीं। छठ पूजा के दौरान घाटों पर अत्यधिक भीड़ जमा होती है, जिसके लिए पर्याप्त पुलिस बल और नागरिक स्वयंसेवकों की तैनाती आवश्यक होती है।
वहीं, पुलिस और प्रशासन की ओर से नगर पालिकाओं को स्पष्ट निर्देश दिए गए। डीसी सेंट्रल इंद्रबदन झा ने घाटों की मरम्मत सुनिश्चित करने, खराब हो चुकी लाइटिंग को तुरंत ठीक करने और घाटों की ओर जाने वाले रास्तों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
सुरक्षा को प्राथमिकता: असुरक्षित घाट होंगे बंद
बैठक में सुरक्षा को लेकर एक कड़ा और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। यह तय किया गया कि सुरक्षा की दृष्टि से जो घाट ठीक नहीं हैं या खतरनाक स्थिति में हैं, उन्हें पूरी तरह से बंद रखा जाएगा। यदि किसी घाट का केवल कुछ हिस्सा टूटा हुआ या असुरक्षित है, तो उस टूटे हुए हिस्से को पूरी तरह से घेर दिया जाएगा ताकि छठव्रती या कोई अन्य व्यक्ति गलती से भी उस क्षेत्र में न जा सके। यह निर्णय श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोपरि रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सीसीटीवी, बैरिकेडिंग और निरीक्षण अनिवार्य
डीसी सेंट्रल इंद्रबदन झा ने आगामी व्यवस्थाओं को लेकर कहा कि जल्द ही सभी प्रमुख घाटों का परिदर्शन (निरीक्षण) किया जाएगा। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए कई अनिवार्य उपाय बताए:
बैरिकेडिंग: भीड़ को नियंत्रित करने और लोगों को सुरक्षित सीमा के भीतर रखने के लिए घाटों के चारों ओर मजबूत बैरिकेडिंग अनिवार्य होगी।
सीसीटीवी: प्रमुख और संवेदनशील घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य होगा ताकि किसी भी अप्रिय घटना पर नज़र रखी जा सके और कानून-व्यवस्था बनी रहे।
डीसी सेंट्रल ने अंत में कहा कि खड़दह, टीटागढ़ और पानीहाटी क्षेत्रों में छठव्रतियों की भारी संख्या में भीड़ उमड़ती है, जिसे ध्यान में रखते हुए पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करना और यह सुनिश्चित करना था कि छठ का महापर्व सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो।