रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता
दक्षिण 24 परगना: पाथरप्रतिमा थाना क्षेत्र के प्लॉट इलाके के रहने वाले 30 वर्षीय मछुआरे सुदीप बर का शव एक ट्रॉलर के अंदर फंदे से लटकता हुआ बरामद किया गया। घटना की सूचना मिलते ही पाथरप्रतिमा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने अस्वाभाविक मृत्यु का मामला दर्ज कर सभी पहलुओं की गहन जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, सुदीप बर पिछले सप्ताह कई अन्य मछुआरों के साथ मछली पकड़ने समुद्र में गए थे। चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के कारण बंगाल की खाड़ी में मौसम अचानक खराब हो गया। ऊंची लहरें और तेज हवाओं के चलते ट्रॉलर को किनारे लौटना पड़ा। सभी मछुआरे सुरक्षित लौट आए, लेकिन सुदीप ने अज्ञात कारणों से ट्रॉलर के अंदर ही फंदा लगा लगाकर खुदकुशी कर ली। सुदीप के परिजनों ने बताया कि वह पिछले कुछ महीनों से आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ से जूझ रहा था। समुद्र में मछली पकड़ने का सीजन खराब रहने से उसकी कमाई प्रभावित हुई थी। साथ ही परिवार में कुछ पारिवारिक विवाद भी चल रहे थे। हालांकि परिजनों ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और पुलिस से पूरी जांच की मांग की है। घटना की सूचना स्थानीय मछुआरों ने दी। ट्रॉलर मालिक ने पुलिस को बताया कि सुदीप शांत स्वभाव का था, लेकिन तूफान के बाद वह उदास दिख रहा था। अन्य मछुआरों ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह ट्रॉलर के केबिन में चला गया और फिर यही हादसा हो गया। पाथेरप्रतिमा थाने के एक अधिकारी ने बताया, “प्रथम दृष्टया यह खुदकुशी का मामला लग रहा है। शव पर कोई चोट के निशान नहीं हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। परिजनों और साथी मछुआरों से पूछताछ की जा रही है।” पुलिस सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल्स की भी जांच कर रही है। क्षेत्रीय पंचायत सदस्य ने बताया कि तूफान मोंथा से इलाके के सैकड़ों मछुआरों के ट्रॉलर क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई परिवारों की आजीविका पर संकट आ गया है। सरकार से मुआवजा और पुनर्वास की मांग उठ रही है। सुदीप की मौत ने पूरे मछुआरा समुदाय में शोक की लहर दौड़ा दी है।