सबिता, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : चक्रवात ‘मोंथा’ के कारण मंगलवार से शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। यह जानकारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दी। आईएमडी ने एक विशेष बुलेटिन में कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित मौसम प्रणाली के एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और मंगलवार रात को आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के पास पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने मछुआरों को बृहस्पतिवार तक पश्चिम बंगाल तट के आसपास समुद्र में न जाने की सलाह दी है। राज्य सरकार ने जिलों को भी अलर्ट किया है। 28 से 30 अक्टूबर तक तटीय जिलों पर विशेष फोकस होगा। मौसम विभाग ने दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिलों के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और मैदानी इलाकों के निचले इलाकों में जलभराव की आशंका जताई है। दक्षिण बंगाल में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, पुरुलिया, पूर्व और पश्चिम बर्धमान, बीरभूम और मुर्शिदाबाद जिलों में मंगलवार और शुक्रवार के बीच भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश (7 से 20 सेमी) और उत्तर एवं दक्षिण दिनाजपुर तथा मालदा जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।
तापमान में गिरावट
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश तट पर मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के आसपास से मंगलवार की शाम या रात्रि के समय 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक की अधिकतम हवा की गति वाले प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में गुजरने की अत्यधिक संभावना है। इसका असर ओडिशा और बंगाल पर पड़ेगा। कोलकाता सहित जिलों में असर दिखेगा। हालांकि जिलों में सभी जगहों पर बारिश नहीं होगी। चक्रवात के आने के बाद बंगाल में उत्तर से दक्षिण तक तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।