गुवाहाटी : असम के सभी जिलों में गुरुवार को कार्यक्रम आयोजित कर 2008 के सिलसिलेवार बम धमाकों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गई। सीजेएम कोर्ट परिसर, गुवाहाटी में भी शोकसभा का आयोजन किया गया। जहां वकीलों और पीड़ित परिवार के लोगों ने बम धमाकों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी राज्य भर में 2008 के सिलसिलेवार बम धमाकों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
जानकारी हो कि नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) द्वारा कुल 9 विस्फोट किए गए थे जिनमें 88 लोगों की मौत हो गई थी और 500 से अधिक घायल हो गए थे। शर्मा ने एक पोस्ट में कहा कि 30 अक्टूबर 2008 असम के इतिहास में हमेशा एक काला दिन रहेगा क्योंकि इसने अपनी धरती पर सबसे जघन्य हमला देखा था। उन्होंने कहा कि इस भावुक अवसर पर मैं उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने इन सिलसिलेवार बम धमाकों में अपनी जान गंवाई और यह प्रतिज्ञा करता हूं कि असम को फिर कभी उन काले दिनों में नहीं जाने दिया जाएगा। एनडीएफबी के रंजन दैमारी गुट ने गुवाहाटी, कोकराझार, बारपेटा और बोंगाईगांव में सिलसिलेवार बम धमाकों को अंजाम दिया था। सितंबर 2022 में गौहाटी हाईकोर्ट ने दैमारी और उसके 6 साथियों को आजीवन कारावास की विशेष अदालत की सजा को बरकरार रखा और सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में 4 अन्य को बरी कर दिया।