प्रगति, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) ने आज से शिक्षण स्टाफ की नई भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया में न केवल पुराने योग्य उम्मीदवार, बल्कि नए आवेदक भी आवेदन कर सकेंगे। लंबे समय से इस भर्ती प्रक्रिया का इंतज़ार कर रहे उम्मीदवारों में उत्साह तो है, लेकिन इसके साथ ही कई तरह के सवाल और संशय भी बने हुए हैं। दरअसल, एसएससी ने अब तक उन उम्मीदवारों की "अयोग्य सूची" जारी नहीं की है, जिन्हें पिछली भर्तियों में किसी न किसी कारण से अयोग्य घोषित किया गया था। इस वजह से यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा कि क्या वे उम्मीदवार, जिन्हें पहले अयोग्य माना गया था, इस बार फिर से आवेदन कर सकेंगे या नहीं। इस मसले ने कई उम्मीदवारों में भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है।
बेरोजगार शिक्षक अमित मंडल ने इस संदर्भ में चिंता जताते हुए कहा कि “अगर अयोग्य उम्मीदवारों को आवेदन की अनुमति मिल गई, तो भविष्य में यह मामला कानूनी विवादों में फंस सकता है। इसलिए सरकार और आयोग को चाहिए कि वह पारदर्शिता बनाए रखते हुए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करे।” सूत्रों के अनुसार, एसएससी जल्द ही अयोग्य उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित करने पर विचार कर रहा है। फिलहाल, आयोग ने ग्रुप-सी और ग्रुप-डी दोनों श्रेणियों में पात्र उम्मीदवारों की संख्या 3,394 बताई है। इनमें ग्रुप-सी के 1,255 और ग्रुप-डी के 2,349 उम्मीदवार शामिल हैं। शिक्षा जगत के जानकारों का मानना है कि भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए आयोग को जल्द से जल्द सभी सूचियों को सार्वजनिक करना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार के विवाद से बचा जा सके। फिलहाल सभी की निगाहें एसएससी के अगले कदम पर टिकी हैं, जो तय करेगा कि यह भर्ती प्रक्रिया कितनी सुचारु और विवादमुक्त रह पाती है।