अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना सिर्फ़ आपके मूड के लिए ही अच्छा नहीं है; यह आपके पूरे शरीर के लिए भी ज़रूरी है। आपके मन को भी स्वस्थ रहने के लिए देखभाल की ज़रूरत होती है, ठीक वैसे ही जैसे आपके शरीर को। लेकिन आपको बता दें, आपका मन और शरीर अलग-अलग काम नहीं करते। वे एक ही प्रणाली का हिस्सा हैं।
जब आपका मानसिक स्वास्थ्य खराब होता है, तो आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है, और इसका उल्टा भी हो सकता है। तनाव , चिंता और अवसाद के कारण सिरदर्द, पेट की समस्याएँ या थकान हो सकती है। कुछ मामलों में, अगर दीर्घकालिक मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का ध्यान नहीं रखा जाता है, तो आपको हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा ज़्यादा हो सकता है । दूसरी ओर, दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं (जैसे पुराना दर्द या मधुमेह) से जूझने से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ हो सकती हैं।
मानसिक स्वास्थ्य ऐसे सुधारें
यहां कुछ पहलू दिये गए हैं जिन्हें आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए कर सकते हैं:
-उन लोगों से जुड़ें जिन पर आप भरोसा करते हैं और जब आपको मदद की ज़रूरत हो, तो खुलकर बात करें।
-अपने शरीर का ध्यान रखें। अच्छी नींद लें, सक्रिय रहें, संतुलित भोजन करें और हानिकारक पदार्थों से बचें।
-स्वस्थ सामना करने के कौशल का अभ्यास करें। योग, माइंडफुलनेस या ध्यान का प्रयास करें।
-हर दिन छोटे-छोटे काम करें जिनसे आपको लगे कि आपने कुछ हासिल किया है।
-थोड़ा ब्रेक लें। अगर कोई काम बहुत ज़्यादा बोझिल लगने लगे, तो उस काम से दूर जाने पर विचार करें।
-कुछ नया करने की कोशिश करें। कोई नया शौक या कौशल आपके मन को तरोताज़ा कर सकता है।
-सकारात्मक चीज़ों पर ध्यान केंद्रित करें। इस बारे में सोचें कि आप किस बात के लिए आभारी हैं दूसरे अर्थ में एक कृतज्ञता पत्र ही लिखें।
-जानें कि कब मदद लेनी है। मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के लक्षणों को जानें और ज़रूरत पड़ने पर किसी विशेषज्ञ से बात करें।