मुर्शिदाबाद : कश्मीर में हिमस्खलन में सेना के दो जवान शहीद हो गए हैं। उनमें से एक हरिहरपाड़ा थाने के रुकुनपुर गांव निवासी पलाश घोष हैं। वहीं जैसे ही उनके निधन की खबर परिवार तक पहुंची, गांव में मातम छा गया। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, पलाश घोष 2009 में सेना में शामिल हुए थे। तीन दिन पहले कश्मीर के सीमावर्ती इलाके में हुए हिमस्खलन में वह लापता हो गए थे। लंबी खोजबीन के बाद शुक्रवार को उनके साथियों ने उनका शव बरामद किया। उसके बाद सेना ने उनके घर फोन कर सूचना दी। शनिवार शाम उनका पार्थिव शरीर उनके गांव स्थित घर पहुंचा। पिता प्रशांत घोष और माता अदुरी घोष अपने बेटे की असामयिक मौत से सदमे में हैं। पति की मौत की खबर सुनने के बाद से पत्नी बुल्टी घोष बार-बार होश खो रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि प्रशांत घोष के दो बेटे और दो बेटियां हैं। सभी बच्चों की शादी हो चुकी है। सबसे बड़ा बेटा मृगांक घोष एक प्राथमिक शिक्षक है। वह अपने परिवार से अलग रहता है। पलाश घोष अपने माता-पिता के साथ रहता था।