मधु सिंह, कोलकाता : कोलकाता में लगातार बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए वृहत्तर योजना के साथ वर्ष 1958 और 1965 के बीच विधाननगर के सॉल्टलेक सिटी की स्थापना पश्चिम बंगाल के पहले मुख्यमंत्री बिधान चंद्र राय द्वारा की गयी थी। इसे पूर्वी भारत व कोलकाता का मुख्य आईटी हब भी कहा जाता है। योजनाबद्ध तरीके से स्थापना के कारण साल्टलेक एक ‘स्मार्ट सिटी’ के रूप में विकसित हो रही है, जो निवासियों और आगंतुकों को दी जाने वाली सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का तेजी से उपयोग कर रही है। हालांकि इस ‘स्मार्ट सिटी’ में प्रवेश करते ही आपका स्वागत करेंगे बड़े-बड़े गड्ढे। सॉल्टलेक में मुख्य सड़कों से लेकर सर्विस रोड तक में बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं जिससे यहां दुर्घटनाओं का खतरा काफी बढ़ गया है। विशेषकर रात के समय में मोटर साइकिल सवारों के लिए यहां की सड़कें किसी भयावह सपने से कम नहीं है। हाल में सन्मार्ग की टीम ने सॉल्टलेक के कई इलाकों का दौरा कर यहां की सड़कों का हाल जाना।
एसडीएफ बिल्डिंग मोड़ के पास बनायी गयी पत्थर की सड़क
एसडीएफ बिल्डिंग मोड़ के पास पत्थर की सड़क बनायी गयी है। इस बारे में बताया गया कि यहां की सड़क की कई बार मरम्मत करवाने के बावजूद सड़क बार-बार खराब हो जा रही थी। इस कारण सड़क को फिर पत्थर से बनवाया गया है।
करुणामयी से स्वास्थ्य भवन तक उखड़ गयी है पिच
करुणामयी मोड़ से स्वास्थ्य भवन तक जाने वाली सड़क पूरी तरह खराब है। हर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर कई बड़े गड्ढे उभर आये हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां एक निजी अस्पताल भी है जिसके पास ही कई गड्ढे हैं। इस कारण यहां आने वाले मरीजों को काफी समस्या होती है। दुर्गा पूजा के समय ही सड़क बनायी गयी थी, लेकिन एक बारिश के बाद ही सड़कों से पिच पूरी तरह उखड़ आयी है।
धूल उड़ने से बढ़ा प्रदूषण
सड़कों के किनारे उखड़े हुए पिच आ गये हैं जिनसे यहां की सड़कों में धूल काफी उड़ रही है। इससे यहां प्रदूूषण भी बढ़ गया है। शुक्रवार काे विधाननगर का एक्यूआई 165 दर्ज किया गया जो अस्वास्थ्यकर की श्रेणी में आता है। यहां उल्लेखनीय है कि सड़कों से उड़ने वाली धूल भी प्रदूषण के कारकों में एक है।
इन सड़कों का भी है बुरा हाल
सॉल्टलेक में 10 नं. टैंक के पास सड़क का बुरा हाल है। यहां एक टोटो चालक ने कहा, ‘हमारे टायर की मियाद जहां 6 महीने होनी चाहिए, वहीं 3 महीने में ही टायर खराब हो जा रहे हैैं।’ यहां डबली आईलैंड के पास सड़क आधी टूट गयी है। एक बाइक तेजी से आयी और अचानक टूटी हुई सड़क के सामने खड़ी हुई। बाइक सवार ने कहा, ‘ये सड़क है या कुछ और, लोगों की जान की कोई परवाह ही नहीं है।’ बेलियाघाटा बाईपास और चिंगरीघाटा बाईपास की ओर जाने वाली सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है। यहां 3 से 4 अस्पताल हैं, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। इसके अलावा करुणामयी हाउसिंग इस्टेट, सौरव आवासन समेत पूरे सॉल्टलेक में सड़कों की बदहाली की तस्वीर देखने को मिल जाएगी।
यह कहना है डिप्टी मेयर का
विधाननगर नगर निगम की डिप्टी मेयर व एमएमआईसी सड़क अनीता मण्डल ने सन्मार्ग को बताया, ‘मैं शुक्रवार को ही सॉल्टलेक में सेक्टर 5 के अलावा बोरो 5 व बोरो 6 में सड़कों का निरीक्षण करने निकली थी। इस पर हम काम कर रहे हैं, टेंडर और वर्क ऑर्डर का काम किया जा रहा है। पहले हमारे यहां वर्क असिस्टेंट का पद था जो बाद में हटा लिया गया। गत गुरुवार को हुई बैठक में इसे लेकर मंत्री फिरहाद हकीम से चर्चा की गयी। वो हमें इंजीनियर भेजेंगे जो सुपरवाइज कर सड़क का काम देखेंगे। इस पर बात की जा रही है कि मुख्य सड़कों पर मैस्टिक एस्कॉल्ट से सड़कें बनायी जाएंगी जिसके लिए लागत का आकलन तैयार किया जा रहा है। मैं भी वहीं रहती हूं और कोशिश में हूं कि जल्द से जल्द सड़क मरम्मत का काम पूरा हो।’
Smart city Saltlake : जरा हट के जरा बच के, मुख्य सड़कों से लेकर सर्विस रोड तक गड्ढों की भरमार
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