
विजयपुरा : कर्नाटक के विजयपुरा जिले में देश की सबसे बड़ी बैंक डकैती में से एक का पर्दाफाश हुआ है, जिसने पुलिस से लेकर आम जनता तक को हैरान कर दिया। दरअसल 25 मई को मणगुली कस्बे स्थित केनरा बैंक की एक शाखा में लगभग 53 करोड़ रुपये कीमत के सोने के जेवर गायब बताए गए थे। जांच के दौरान पुलिस ने बैंक लॉकर के पास केसर, हल्दी और ब्लोटॉर्च जैसी वस्तुएं बरामद कीं थी। इसे देखकर पहले तो ऐसा प्रतीत हुआ मानो यह किसी तांत्रिक गतिविधि से जुड़ा मामला है, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पूरा राज सामने आया जिसने सबको चकित कर दिया।
पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें बैंक का पूर्व प्रबंधक विजयकुमार मिरियाला (41), उसके दो साथी- प्राइवेट कंपनी में काम करने वाला चंद्रशेखर नेरेल्ला (38) और सुनील नरसिम्हालु मोका (40) शामिल हैं। जांच में पता चला कि यह एक पूरी तरह से सुनियोजित साजिश थी, जिसमें मुख्य आरोपी मिरियाला ने अपनी पोस्टिंग के दौरान ही इस डकैती की नींव रख दी थी। मार्च-अप्रैल में ही उसने बैंक की चाबियां अपने साथियों को सौंप दी थीं और डुप्लिकेट चाबियों के जरिये बैंक में घुसने की तैयारी कर ली थी। 9 मई को उसकी ट्रांसफर के बाद आरोपियों ने प्लान को अंजाम देने का फैसला किया, ताकि शक उस पर न जाए।
पहले डकैती की तारीख 23 मई तय की गई थी, क्योंकि उस दिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच आईपीएल मैच था, और अपराधी सोच रहे थे कि जश्न में डूबे लोग उनकी गतिविधियों पर ध्यान नहीं देंगे। लेकिन जैसे ही आरसीबी हार गई, उन्होंने डकैती एक दिन आगे बढ़ा दी। डकैती को अंजाम देने के बाद, आरोपियों ने बैंक के अंदर केसर, हल्दी और ब्लोटॉर्च छोड़ दिए ताकि जांचकर्ताओं को लगे कि यह तांत्रिक गतिविधि हो सकती है। लेकिन पुलिस की विशेष जांच टीम ने बारीकी से जांच करते हुए जल्द असली गुनाहगारों को पकड़ लिया।