
चांगवॉनः आईएसएसएफ निशानेबाजी विश्व चैंपियनशिप के डबल ट्रैप स्पर्धा में भारत के अंकुर मित्तल ने शनिवार को स्वर्ण पदक दिलाया। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के पहले निशानेबाज बन गए हैं। उन्होंने शनिवार को साउथ कोरिया के चांगवॉन में 140 का स्कोर करके यह कारनामा किया। चीन के यीयांग यांग ने इसी स्कोर के साथ रजत पदक पर कब्जा जमाया। शूट ऑफ में सबसे पहले बाहर होकर स्लोवाकिया हुबर्ट अंदरसे ओलेजनिक ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। तीनों ही खिलाड़ी 140 पर टाई हो गए थे इस कारण शूट ऑफ कराना पड़ा जिसमे भारतीय शूटर ने बाजी मारी।
विश्व कप में सोना जीतने वाले 5वें भारतीय बने
ओलेजनिक पहले शूटर थे जो शूटआउट में चूके थे, उन्होंने अपना दूसरा शॉट ही मिस कर दिया था। यीयांग ने चौथा शॉट मिस किया था। वहीं मित्तल ने 4 शॉट्स टारगेट पर हिट किए जिस कारण उन्होंने सोने पर कब्जा जमाया। मित्तल, मानवजीत सिंह संधू के बाद दूसरे ऐसे शूटर हैं जिन्होंने विश्व स्तर टूर्नामेंट में शॉटगन स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था। वह पांचवें भारतीय शूटर हैं जिन्होंने विश्व स्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है, उनसे पहले अभिनव बिंद्रा, तेजश्विनी सावंत, मानवजीत सिंह संधू और ओम मिथरवाल यह कारनामा करने में कामयाब रहे हैं।
टीम स्पर्धा में भारत ने कांस्य पदक जीता
मित्तल, मोहम्मद असब और शार्दुल विहान कि भारतीय टीम ने टीम स्पर्धा में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। उन्होंने इस पदक को जीतने के लिए 409 का स्कोर किया। इटली ने 411 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता और चीन ने 410 अंकों के साथ रजत पदक अपने नाम किया।
एकल स्पर्धा में मित्तल के अलावा मोहम्मद असब ने 135 अंकों के स्कोर के साथ सातवें स्थान पर फिनिश किया, वहीं पिछले महीने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले 15 साल के विहान ने 134 अंकों के साथ 15वें स्थान पर कब्जा जमाया ।