
नई दिल्ली : केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सीएनजी स्टेशनों की स्थापना के लिए आज डीलर स्वामित्व डीलर परिचालित (डीओडीओ) मॉडल का शुरू किया। अथ ही योजनाओं के लिए सामान्य दिशा-निर्देश जारी किए, जिनके तहत सीजीडी गतिविधियों के विवेक पर निर्धारित डीलर प्लॉट को विशेष रूप से सीएनजी स्टेशन की स्थापना और उससे संबंधित वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए विकसित किया जाएगा। योजना के तहत, अधिकृत 23 संस्थाओं द्वारा सेवित 87 भौगोलिक क्षेत्रों को कवर किया जाएगा।
देश में वर्तमान में 1500 से अधिक सीएनजी स्टेशन परिचालित किए जा रहे हैं, जो 33 लाख से अधिक सीएनजी वाहनों की आवश्यकताओं की पूरी करते हैं। सीजीडी बोली के 9वें चरण में अगले 8 वर्षों में समूचे भारत में 4600 से अधिक नए सीएनजी स्टेशन स्थातपित किए जाने की संभावना है। वर्तमान में जारी सीजीडी बोली के 10वें चरण में 50 जीए को कवर किए जाने की परिकल्पना की गई है, जो भारत के 24% क्षेत्र और 18% आबादी के लिए जिम्मेदार 14 राज्यों में फैले 124 जिलों को कवर करेगी। बोली के 10वें चरण के बाद देश के 53% क्षेत्र और 70% आबादी की सीजीडी नेटवर्क तक पहुंच होगी। जैसे- जैसे अधिक से अधिक सीएनजी स्टेशन खुलते जाएंगे, 10% से अधिक सीएनजी स्टेशन डीओडीओ मॉडल पर आधारित हो सकते हैं।
इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधान ने कहा कि देश गैस अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, क्योंकि यह ईंधन सस्ता है और इससे प्रदूषण भी कम होता है। पीएनजीआरबी ने सीजीडी नेटवर्क का अभूतपूर्व विस्तार किया है और इससे अधिक गैस पाइपलाइन बिछाने, गैस के उत्पादन और उपलब्धता में वृद्धि तथा उपभोक्ताओं को सीएनजी और पीएनजी उपलब्धइ कराने के लिए बुनियादी ढांचे के अंतिम चरण का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होंने निवेशकों और निजी कंपनियों से डीओडीओ के माध्यम से उपलब्धा कराए जा रहे अवसर का उपयोग करके गैस आधारित अर्थव्यवस्था की वृद्धि में भाग लेने का आह्वान किया।